Monday, 18 December 2017

10th की छात्रा की कुँवारी चुत की चुदाई 2

300*250

फिर कुछ देर के बाद मैंनें उसके पूरे बदन को चूमना शुरू किया| में धीरे धीरे उसकी चूत के पास आकर अब वहां पर भी चूमनें प्यार करनें लगा था और वो जोश मस्ती में सिसकियाँ लेनें लगी थी| अब मैंनें उसका वो जोश देखकर अब उसको अपना लंड चूसनें के लिए कहा और फिर वो तुरंत ही पागलों की तरह मेरे लंड को चूसनें लगी थी| फिर कुछ देर के बाद हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गये और उसनें मेरा पूरा लंड अपनें मुहं में भरकर उसको अंदर बाहर करके चूसा बड़ा मज़ा लिया और मैंनें भी उसकी चूत को चूसनें चाटनें में कोई भी कसर नहीं छोड़ी| में अपनी जीभ से उसकी कुंवारी रसभरी चूत के दानें को चूसनें सहलानें लगा था और वो जोश में आकर मेरा सर अपनी चूत पर दबानें लगी| दोस्तों कुछ देर यह सब करनें के बाद मैंनें अपना लंड उसकी गीली चुदाई के लिए तैयार चूत के होंठो पर रख दिया और फिर में उसको अंदर की तरफ धक्का देकर डालनें लगा, लेकिन कुंवारी और आकार में छोटी होनें की वजह से लंड उसकी चूत के अंदर नहीं जा रहा था और में लगातार ज़ोर लगाता ही गया| अब वो दर्द की वजह से बहुत तेजी से चिल्लानें के साथ साथ छटपटानें लगी थी और में बिना उसके दर्द को देखे तेज तेज धक्के देता रहा|
अब मैंनें लगातार उसकी चूत को अपनें लंड के 15-20 तेज धक्के दिए जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उसकी छोटी चूत के अंदर और उसकी चूत से बहुत सारा खून बाहर आनें लगा था| अब में उसका दर्द खून देखकर रुक चुका था और अब वो दर्द की वजह से रोनें लगी थी और फिर मैंनें उसका वो खून साफ किया| फिर मैंनें देखा कि मेरे लंड पर भी उसकी चूत का बहुत सारा खून लगा हुआ था, मैंनें उसको भी साफ किया और अब मैंनें उसको अपनी गोद में उठा लिया और में उसको सीधा बाथरूम में ले गया जहाँ पर हम दोनों नें एक साथ नहानें का मज़ा लिया|
दोस्तों मैंनें देखा कि वो तब भी रो रही थी और उसकी आँखों से लगातार आंसू आ रहे थे क्योंकि पहली चुदाई की वजह से उसकी चूत फट चुकी थी और उसको अपनी पहली चुदाई की वजह से बहुत तेज दर्द हो रहा था| अब वो मुझसे कहनें लगी थी, अगर तुमनें दोबारा मुझे चोदना शुरू किया तो में उस दर्द की वजह से मर ही जाउंगी, क्योंकि मुझे अभी भी बड़ा तेज दर्द हो रहा है| फिर कुछ देर नहानें के बाद हम दोनों बाथरूम से बाहर आ गए और मैंनें उसको दर्द कम होनें के लिए दवाई लाकर दे दी, जिसको उसनें तुरंत खा लिया| अब हम दोनों वैसे ही बिना कपड़ो के एक दूसरे से लिपटकर बातें करनें लगे|
फिर कुछ देर बाद में उसके बूब्स चूत से खेलनें लगा और उसनें मेरे लंड को अपनें हाथ में लेकर हिलाना शुरू किया जिसकी वजह से हम दोनों दोबारा गरम हो गए और करीब आधे घंटे के बाद मैंनें उसको दोबारा चुदाई के लिए तैयार किया में उससे बोला कि जब तुम्हे दर्द हो तुम मुझे बता देना में अपनें लंड को बाहर निकाल लूँगा, लेकिन यह सब पहली बार होनें की वजह से दर्द होना स्वभाविक है, इसलिए तुम्हे थोड़ा सा दर्द सहन भी करना होगा, ज्यादा होनें पर ही मुझे कहना| अब वो मेरी उस बात को पूरी सुनकर अच्छी तरह समझ गई और वैसे तो उसको अभी अपनी चूत की खुलजी को एक बार जमकर चुदाई करवाकर अपनी आग को शांत करना था, इसलिए वो तैयार हो गई| दोस्तों एक बार और मैंनें उसको नीचे लेटाकर उसकी चूत में अपनें लंड को एक बड़ी तेज धक्के के साथ पूरा अंदर डालकर उसके दर्द की तरफ बिल्कुल भी ध्यान ना देकर उसके साथ अपनी और उसकी भी पहली चुदाई करके बड़े मस्त सेक्स के मज़े लिए जिसमें कुछ देर बाद उसनें भी मेरा पूरा पूरा साथ दिया| फिर अपनें जोश को उसकी चूत के अंदर निकाल देनें के बाद मैंनें ठंडा होकर अपनें लंड को उसकी चूत से बाहर किया और उसी पल उसकी चूत से मेरे वीर्य के साथ उसकी चूत का खून भी बाहर आ गया|
अब में कुछ देर उसके पास लेटा रहा और उसके बाद हम दोनों नें कपड़े पहनें और में उसके साथ कुछ और रुकनें के बाद बड़ा खुश होकर अपनें घर चला आया और में पूरी रात बस उसके साथ उस चुदाई के बारे में सोच सोचकर खुश होता रहा| दोस्तों अगले दिन में समय से पहले अपनी ट्यूशन के लिए पहुंच गया, लेकिन बहुत देर इंतजार करनें के बाद भी वो नहीं आई| फिर मैंनें सुमन से कहा कि तुम संगीता के घर पर फोन से पता करो कि वो आज क्यों नहीं आई? उसकी तबियत कहीं खराब तो नहीं है? अब उसनें मेरी तरफ हंसकर देखते हुए कहा कि जब तुम दोनों एक साथ रहोगे तो एक दो दिन की छुट्टियाँ तो उसको लेनी ही पड़ेगी ना और उसनें मुझसे कहा कि मुझे सब पता है कि तुम दोनों नें कल पूरा दिन क्या क्या किया है? और वो मुझसे यह बात कहकर ज़ोर से हंसनें लगी| दोस्तों में भी तीन चार दिन जब तक वो नहीं आई तब तक सही से पढ़ाई नहीं कर सका और उसके आ जानें के बाद मेरा चेहरा अब खुशी से चमक गया और वो भी मुझसे मिलकर बड़ी खुश नजर आ रही थी| दोस्तों उसके बाद जब भी हमे कोई ऐसा ही मुका मिलता तो हम दोनों जमकर सेक्स करते, बहुत मज़े लेते और अब हर बार वो मेरा पूरा पूरा साथ देनें लगी थी| उसको अपनी पहली चुदाई के बाद से वैसा तेज दर्द अब नहीं होता था|
फिर एक बार उसकी चुदाई करते समय मैंनें धक्के देते हुए उसको कहा कि तुमनें ही मुझे सेक्स करना सिखाया है और तुमनें पहली बार मेरे साथ सेक्स किया था, तब तुमको यह सब कैसे करते है और यह सभी बातें किससे पता चली? फिर उसनें कहा कि सुमन नें मुझे यह सब बताया था और धीरे धीरे उसनें मुझे बताया कि सुमन नें मुझसे कहा था कि यह सब ऐसे करते है और चुदाई करवानें के बाद बहुत मस्त मज़े आते है| दोस्तों अब सुमन भी मुझसे बहुत खुलकर बातें करनें लगी थी और धीरे धीरे वो मेरे कुछ ज्यादा पास आनें लगी थी और मुझे बाद में पता चला कि उसका एक बॉयफ्रेंड था जो अब अपनी आगे की पढ़ाई करनें के लिए आगरा चला गया था| अब में सभी बातें बहुत अच्छी तरह से समझ गया था कि वो भी मेरे साथ सेक्स करना चाहती है, इसलिए वो मेरे पास आती जा रही है और में भी जानबूझ कर उसके पास आनें लगा था, क्योंकि अब मुझे पूरी उम्मीद थी कि में बड़े आराम से सुमन की भी चुदाई जरुर कर सकता हूँ |
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