जब मैं कॉलेज जाने लगी तब से ही मेरे अंदर सेक्स की भावना जागृत होने लगे
क्योंकि उस समय तक मेरा शरीर की अंग विकसित हो चुके थे। मेरी चूचियां बड़ी
बड़ी हो गई थी मेरी गांड की उभार बाहर की तरफ निकल गई थी। सच पूछें तो उस
समय लड़कों की लाइन लगा देती। कितने लड़के मुझे लाइन देते थे और मुझसे
दोस्ती करना चाहते थे पर मैं सब से दोस्ती करना नहीं चाहती थी। उस समय मोहित ने मुझे सम्मोहित कर दिया मैं उसे पसंद करने लगे वही मुझे
पसंद करने लगा पर मोहित कोई और नहीं मेरे रिश्तेदार ही था। मेरे बड़े चाचा
का बेटा यानी कि मेरा चचेरा भाई। भाई चाहे अपना हो या चचेरा भाई हो या
गांव का भाई हो या अपने रिश्तेदार का कोई भाई हो। अगर वह सही है आप को
बदनाम करने की नहीं सोच रखा है और आप से सेक्स संबंध बनाना चाहता है तब
सच तो यह है ये बड़ा सेफ है चुदाई का रिस्ता। आप आराम से चुद सकते हो। कोई
आपको ना तो रोकने वाला ना टोकने वाला। आप भाई भाई कह कर मजे लेते रहो लोग
समझेंगे की भाई बहन में प्यार ज्यादा हो गया है या भाई अपने बहन को ज्यादा
मानता है और बहन भी भाई को बहुत प्यार करती है। शायद आप लोग भी मेरी बातों से सहमत होंगे। उसमें मैं सेक्स करना चाहती थी
पर डरती थी करूं क्या पर जब से मोहित मेरी जिंदगी में आया जब उसने मुझे
प्रपोज किया कि बहन तुम बहुत सुंदर लगती हो बहुत हॉट लगती हो बहुत सेक्सी
लगती हो और मैं तुमसे एक बार सेक्स करना चाहता हूं जैसा कि मोहित ने मुझे
दशहरे के मेले में कहा था। उस दिन के बाद मैं थोड़ा उससे बात करना तो
ज्यादा कर दी पर उसको मैंने कहा कि मुझे थोड़ा टाइम चाहिए मुझे सोचना है
मुझे समझना है यह सब करना मेरे लिए ठीक होगा कि नहीं। पर कई सारे कहानियां पड़ी जहां पर बहन भाई की सेक्स कहानियां थी उस पर भी
चचेरे भाई के साथ कई लड़कियों ने सेक्स किया था तो मुझे लगा कि मैं भी कर
सकती हूं तो मैंने उसको जाकर बोली कि तुम मुझे बहला फुसला तो नहीं रहे हो
मुझे बदनाम तो नहीं करोगे। क्योंकि लड़की अगर एक बार बदनाम हो जाए तो उस
पर एक दाग लग जाता है और किसी लड़की पर दाग लग ना सही बात नहीं है। जब तक
आप पकड़े नहीं गए तब तक आप सुशील कन्या जब आप पकड़े गए तो आप सबसे बड़ी
रंडी है। शायद यह बात आपको भी पता है दोस्तों मुझे तो लग रहा था मैं बात
आगे बढ़ाओ कि नहीं। मोहित ने मंदिर में जाकर मेरे सामने ही कसम खाया कि मैं यह बात किसी को
नहीं बताऊंगा और तुम्हें कभी बदनाम नहीं करूंगा। तब मैंने उसको हां बोली
और सबसे बड़ी बात यह थी दोस्तों मेरे चाचा का घर मेरे घर से थोड़ा दूरी पर
था और मेरे घरवाले और मेरे चाचा के घर से भी ज्यादा अच्छे नहीं थे। हम
भाई-बहन तो बातचीत कर लेते थे हमारे मम्मी पापा और चाचा और चाची के साथ
बातचीत नहीं था इस वजह से घर भी ज्यादा आना जाना नहीं था। पर मोहित और मैं
दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे हम दोनों ने प्लान बनाया। एसएससी का
फॉर्म भरेंगे और परीक्षा देने लखनऊ जाएंगे और लखनऊ में होटल बुक करेंगे तुम
घर में बोलना कि तुम सहेली के साथ गई है मैं 1 दिन पहले ही चला जाऊंगा और
हम दोनों एक ही होटल में रुकेंगे परीक्षा देंगे और रात में चुदाई करेंगे। हम लोगों ने भी किया दोनों ने फार्म भरा सेंटर लखनऊ भरा और एक दिन पहले ही
हम लोग लखनऊ के लिए निकल गए जब परीक्षा का एडमिट कार्ड डाउनलोड की और तारीख
पता चला था। दोस्तों वह रात मेरी जिंदगी का बहुत ही हसीन रहता है उस दिन
मैं वर्जिन से चुदक्कड़ लड़की बन गई थी। हम दोनों शाम के करीब 5:00 बजे
ही लखनऊ पहुंच गए थे। हम दोनों ने एक होटल का कमरा लिया और घर में बताया
कि मैं अपने सहेली रूपा के साथ हूं तो घर वाले ने कुछ कहा नहीं उन्हें लगा
सही है बेटा जो भी करना सही से करना परीक्षा अच्छे से देना। पर मैं
परीक्षा देना तो मेरा बहाना था असली बात तो चुदाई करवाना था। जैसे ही हम दोनों कमरे में प्रवेश की ऐसा एहसास हुआ कि एक नई जिंदगी जीने
जा रही हूँ। क्योंकि ऐसा पहले कभी हुआ नहीं था। जब मैं किसी लड़के के साथ
एक कमरे में बंद अकेली रहूंगी। मुझे घबराहट होने लगी थी और मोहित जी घबरा
रहा था उसकी सांसे तेज तेज चल रही थी और मेरी धड़कन धड़क रही थी। पर
दोनों एक दूसरे के करीब आ गए एक दूसरे की आंखों में देखा और हम दोनों अपने
अपने हाथों को आगे फैला दिया बाहों को फैला दिया हम दोनों एक दूसरे के
बाहों में समा गए। बाहों में आते ही अंदर की चिंगारियां निधि वासना और उसकी वासना भड़क उठी।
मेरी चूचियां टाइट होने लगी थी। और मोहित का लंड खड़ा होने लगा था। मोहित
मुझे चूमने लगा मेरे होंठ को किस करने लगा मेरे बदन को सहलाने लगा मेरे
बालों को खोलने लगा। वह मेरे जिस्म पर हाथ फेरने लगा जिससे मैं पागल होने
लगी मेरी चूत गीली होने लगी। मैं मदहोश होने लगी मैं होश खोने लगी।
अंगड़ाइयां लेने लगी मेरे आंख बंद होने लगे खुद ही अपने हाथों से अपनी
चुचियों को दबाने लगी। मोहित ने अपने कपड़े उतार दे उसका गठीला बदन देखकर
मैं तो और भी ज्यादा पागल होने लगी। पर मुझे कपड़े खोलने में शर्म आ रही थी तो मैं उसके बदन को निहार रही थी
तभी वह मेरे करीब आकर ऊपर का टॉप उतार कर फेंक दिया अब मैं बराबर आ गई थी
मैं उस दिन लाल कलर की ब्रा पहनी हुई थी और लाल कलर का टॉप भी पहनी हुई थी
मैं बहुत किलर अंदाज में उसको देख कर मुस्कुराए उसने मुझे जकड़ लिया ब्रा
का हुक खोले बिना वह मेरे चुचियों को दबाने लगा। मैंने कहा इतनी जल्दी
क्या है पूरी रात पड़ी हुई है अपने पास मोहित ने कहा क्या बताऊं बहन तेरी
याद में मैंने कितने बार मुठ मारे हैं रात जब तुम सामने खड़ी हो तो देरी
करना मुझे अच्छा नहीं लग रहा। इतना सुनकर मैंने उसके लिए खुद ब्रा का हुक खोल दो जैसे ही हो खुली मेरी
दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर आ गई जो काफी टाइट मोहित मेरे चुचियों पर टूट
पड़ा वह पीने लगा। दांतों से काटने लगा। निप्पल को दबाने लगा। मुझसे रहा
नहीं गया और मैं बेड पर लेट गई। उसने तुरंत ही मेरे जींस को उतार दिया और
मेरे पति को भी उतार दिया मेरा गोरा बदन उसके सामने ऐसे पड़ा था जैसे मानो
संगमरमर की मूरत। उसने मेरे जिस्म को सह लाना शुरू कर दिया। उसने जैसे ही
अपना जांगिया खुला उसका मोटा लंड देख कर मैं डर गई। बहुत लंबा और मोटा लंड
था। मेरी चूत से पानी निकलने लगा। मैं मोहित के लंड को पकड़ कर आगे
पीछे करने लगी। उसने कहा मुंह में ले लो पर मुझे अच्छा नहीं लग रहा था
पहली बार किसी का भी लंड कोई लड़की मुंह में नहीं लेती है पहले को इंतजार
करते हैं जब तक कि वह कामुक ना हो जाए जब कोई लड़की कामुक हो जाए उसके बाद
लंड खुद ब खुद चूसना शुरु कर देती है
ऐसा ही हुआ तुरंत तो मैं उसका लंड अपने मुंह में नहीं ली पर जैसे ही वह मुझे खेलना शुरू किया मुझसे भी रहा नहीं गया मैंने उसके लंड को लेकर मुंह में दे दी और आइसक्रीम की तरह उसको चूसने लगी। क्या बताऊं दोस्त यह एहसास जबरदस्त था। मैं और भी ज्यादा कामुक होने लगी थी। मोहित दोनों पैरों के बीच में बैठ गया मेरी चूत को चाटने लगा उस दिन मैं अपने चूत के बाल को काटी थी तो चूत एकदम साफ सुथरा था और वह भी वर्जन। तो कोई भी देख कर पागल हो जाएगा दोस्तों जो चूत में आज तक लंड नहीं गया हूं वह चूत देखने में और भी मजा आता है।
मैं धीरे-धीरे अपनी चूत से पानी छोड़ने लगी गरम गरम पानी मोहित चाट जाता था। अब मेरे सिसकारियां और भी ज्यादा बढ़ने लगी मैं चुदने के लिए तैयार थी। मैंने दोनों पैरों को फैला दी उसने तुरंत ही मेरे कमर के नीचे तकिया लगा दिया। अपना लैंड हाथ में लेकर मेरे चूत के बीच पर रखा। और घुसाने लगा पर पहली बार में जब भी विरजन चूत में लंड घुसा या जाए तो अंदर नहीं जाता है। जैसे जैसे वह धक्के देने लगा वैसे वैसे मेरा दर्द बढ़ने लगा। पर वह दर्द में मज़ा था दोस्तों मैं अंदर लेना चाहती थी पर दर्द होता था इस वजह से मुझे लगता था के अंदर ना घुस आए।
पर लड़का भी पागल होता है चूत सामने हो और लंड खड़ा हो। तो घुसा ही
देता है ऐसा ही हुआ उसने मुझे कुछ लाया बहलाया मेरे चुचियों को सहलाया और
जोर से धक्के दे दिया उसका पूरा लंड करीब 9 इंच का मेरी चूत के अंदर चला
गया। मैं दर्द से कर आने लगी पर मुझे अच्छा नहीं लगने लगा था धीरे-धीरे
करके मैं भी होश खो गई थी और गांड उठा उठा कर उसके लंड को अपने चूत में
ले रही थी और सेक्सी आवाज निकाल रही थी। वह मेरे दोनों चूचियों को मसलते
हुए जब जोर से धक्के देता था तो उसका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर समा जाता
था।
मैं गांड हिला हिला कर उसकी चूत को ले रही थी और नीचे से धक्के दे रही थी। सिसकारियां ले रही थी सेक्सी आवाज निकाल रही थी और हम दोनों एक दूसरे के लिप को लॉक कर लेते थे। मैं उसके बदन को सहला थी वह मेरे चुचियों को मसल रहा था। उसने मुझे आगे से पीछे से बैठा कर सुला कर लेटा कर। खूब चोदा रात को 10:00 बजे तक चोदा। फिर हम लोग बाहर खाना खाने गए मैं सही से चल भी नहीं पा रही थी दोस्तों क्योंकि मैं थक भी गई थी और मेरे कमर में दर्द भी हो रहा था। मेरी पहली चुदाई थी तो किसी की भी पहली चुदाई हो तो सहना थोड़ा आसान नहीं रहता है मुश्किल हो ही जाती है।
11:00 बजे के करीब वापस हम लोग आए हम दोनों ने बीयर की बोतल भी साथ लाया हम दोनों ने बियर पी और फिर रात भर एक दूसरे के जिस्म को टटोल ते हुए चुदाई कर रहे थे। दूसरे दिन पेपर देने भी हम दोनों नहीं गए बाथरूम में साथ नहा कर चुदाई का मजा कुछ और था इस वजह से परीक्षा भी छूट गया। हम दोनों की नई जिंदगी शुरुआत हो चुकी थी मैं जो चाहती थी वह मिल चुका था वह जो चाहता था उसे मिल चुका था। अब हम दोनों किसी न किसी बहाने बाजार जाते हैं कोई नजदीक का शहर जाते हैं और कमरा बुक करके चुदाई का आनंद लेते हैं।
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