आज की सेक्स कहानी थोड़ा अलग है। आपने पहली बार सूना होगा ऐसी कहानी का शीर्षक, पर दोस्तों ये मेरी सच्ची सेक्स कहानी है। मेरा भाई लंड पर घुंघरू बाँध मेरी चुदाई करता है। आप कल्पना कीजिये कैसा लगता होगा। माहौल ऐसा लगता है कत्थक नृत्य चल रहा है पर यहाँ नाच गाना नहीं बल्कि मेरी बूर पेलाई हो रही होती है। मेरी बूर को फाड़ रहा होता है मेरा भाई अंदर तक लंड घुसा रहा होता है मेरा भाई।
पहले मैं ये बता देती हूँ ये मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट पर यानी की मेरी सेक्स कहानी इस वेबसाइट पर एक दिन आई तो समझ आया की इस वेबसाइट पर सिर्फ महिलाएं सेक्स कहानियां भेजती है यानी की महिला और लड़की अपनी अपनी सेक्स कहानी यहाँ पोस्ट करती है इसलिए मैं भी आपको अपनी सेक्स कहानी भेज रही हूँ और आशा करती हूँ की आप कमेंट जरूर करेंगे ताकि मैं दूसरी कहानी भी भेज सकूँ।
मेरा नाम रेखा है मैं अभी इक्कीस साल की हॉट लड़की हूँ। मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ मेरा कोई बॉय फ्रेंड नहीं है मैं लखनऊ से हूँ। अगर आपलोगो में से कोई लखनऊ से हैं तो आप कमेंट करें फिर देखें मेरे जलवे जो आप सोच नहीं रहे होंगे वो आपको मिलेगा। मैं बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की हूँ चुदाई करवाना मुझे बहुत पसंद है पर ये पसंद मुझे ज्यादा दिन पहले से नहीं था जब से मेरा भैया मेरी चूत फायदा और जब से घुंगरू की छन छन की आवाज से मैं मैं चुदती हूँ तब से चुदाई मेरे ज़िंदगी का एक हिस्सा बन गया है।
अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ ताकि आपको भरपूर मजे दे सकूँ। मैं आपको चोदने तो नहीं दे सकती पर हाँ आप कमेंट करें फिर देखती हूँ। पर आज मैं यहाँ यानी की मेरी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर आपको भरपूर मजे दे सकती हूँ। तो आइये सीधे कहानी पर। मैं शुरुआत करुँगी वो पहला दिन जिस दिन भैया ने मुझे अपने लंड पर घुंघरू बाँध कर चोदा था।
एक दिन की बात है मेरे मम्मी और पापा दोनों ही मां के यहाँ गए थे वो भी चार दिन के लिए। मैं घर पर थी और मेरे बड़े भैया कुणाल हम दोनों ही कॉलेज में पढ़ते हैं। मैं कॉलेज के बाद कथक डांस क्लास जाती हूँ। उस दिन मैं डांस क्लास से करीब 6 बजे वापस आई थी। आधे घंटे बाद मेरे भइया भी वापस आ गए पर मैं हैरान थी वो उस दिन शराब पीकर आये थे मैंने पूछा की शाम को ही शराब पीकर आ गए क्या मम्मी पापा घर में नहीं है इसलिए क्या। उन्होने कहा दोस्त ने पार्टी दिया था शादी का इसलिए क्लब में हम हमलोग शराब पी रहे थे तुम घर पर नहीं बताना।
मैंने कहा ठीक है नहीं बताउंगी पर ये अच्छी बात नहीं है। उस समय मैं ऊपर एक टॉप डाली हुई थी अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी। भैया ने जैसे ही मुझे देखा उनकी नजर मेरी बड़ी बड़ी सुडौल और गोल चूचियों पर पड़ा। वो देखकर अवाक् रह गया क्यों की मैं भी बिना ब्रा के ऐसे नहीं रहती घर में आज तो बहुत हॉट दिख रही है। क्या बात है मैंने कहा बस करो कोई अपनी बहन से ऐसे बाते नहीं करता। उसने कहा इसलिए तो पी कर आया हूँ ताकि ऐसी बातें कर सकूँ। मैंने कहा क्यों क्यों बहन से ऐसे रिश्ते रखते हैं क्या? उसने कहा आजकल सब कुछ चलता है।
मैंने कहा नहीं नहीं ऐसा नहीं चलेगा तुम मुझेहॉट और सेक्सी नहीं कहोगे। मुझे शर्म आती है और मैं मुस्कुरा गयी यही मुस्कुराना मेरे लिए मुसीबत बन गया दोस्तों। उसने तुरंत ही मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला देख रेखा आज मम्मी पापा भी नहीं है घर पर और हम दोनों ही जवान है घर के बाहर आजतक मैंने कुछ नहीं किया और शायद तुमने भी कुछ नहीं किया आज की रात हम दोनों एक साथ रहेंगे और अपनी अपनी भूख को मिटायेंगे जो रोजाना हम दोनों को परेशां करती है।
मैं भी रोजाना रात को सेक्स कहानी पढता हूँ और अपना लंड सहलाता हूँ। पर तुम भी कोई कम नहीं है मैं रोजाना देखता हूँ तुम भी अश्लील मूवी देखकर अपने पेंटी में और ब्रा में हाथ घुसा कर सहला रही होती है। मुझे सब पता है इसलिए तो मैं तुम्हे कह रहा हूँ हम दोनों अपनी अपनी वासना की आग को बुझा लेते हैं। मुझे लगा की सच कह रहा है मैं रोजाना अपने चूत को सहलाते रहती हूँ कहानियां पढ़कर।
मैं कुछ नहीं बोली। उसने कहा बोलो बोलो कुछ तो बोलो अगर तुम राजी नहीं हो तो कोई बात नहीं। मैंने कहा ये मैंने कब कहा की राजी नहीं हूँ। चलो खाना खा लो पहले। उसने कहा नहीं नहीं तुम खाना मत बनाओ मैं जोमाटो से मंगवा देता हूँ और उसने तुरंत ही जोमेटो से खाना मांगा लिया। जब खाना आया तो उसने एक और शराब को बोलत अपने बेग से निकला। और दो गिलास लेकर पेग बनाने लगा।
उसने मुझे भी ऑफर किया और मैं मना नहीं कर पाई। मैं कई बार इसके पहले भी शराब पी रखी थी इसलिए आराम से उसके पेग के ऑफर को मान लिया और अपने भाई के करीब ही बैठकर पीने लगी दो दो पेग लेने के बाद ही हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। बारी बारी से हम दोनों ने एक दूसरे के पड़े उतार दिए। वही सोफे पर बैठकर एक दूसरे के जिस्म को टटोलने लगे। वो मेरी चूचियों को मसलना शुरू किया की मेरी वासना भड़क उठी। मैं बर्दास्त नहीं कर पाई और उसके होठ को काट खाई उसके मुँह में अपना पूरा जीभ अंदर तक दे देती थी वो हौले हौले से मेरे जीभ को चाटता था।
उसने मेरी निप्पल को पीने लगा दांतो से दबाने लगा और हौले हौले से मेरी बूब्स को मसलने लगा। वो मेरी कांख के बाल को अपने जीभ से संभाल रहा था मैं तू उसकी इन अदा पर पागल हो उठी। अँगड़ाईया लेते हुए मैंने तुरंत ही उसका लंड पकड़ लिए और मैं अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। मेरे भाई के लंड का सुपाड़ा अभी तक खुला नहीं था। मैं उसके लंड को अंदर कंठ तक ले जाती फिर बाहर करती।
मेरी चूत बहुत ही ज्यादा गीली जो गयी थी। हम दोनों ही बैडरूम में चले गए पलंग पर मैं लेट गयी वो मेरी चूत को चाटने लगा। मेरी चूत काफी गरम हो गयी थी और बार बार नमकीन पानी छोड़ रहि थी और मेरा भाई नमकीन पानी को बड़े चाव से चाट रहा था जब जब उसका जइब मेरी चूत की मुँह पर आता मुझे करंट सा लगता मैं बौखला जाती खुद ही अपनी चूचियाँ अपने हाथो से मसलने लगती। उसने मुझे पागल कर दिया था। हद तो तब हो गयी उसने अपना मुँह खोल दिया और वो लेट गया और कहा तुम मेरे मुँह में पेशाव करो।
ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह कैसा लगा ये बात सुनकर? मैंने उसके मुँह में पेशाव की वो और कामुक हो उठा वही पर मेरे पैरों की घुँघरू पड़ा था। उसने अपने नौ इंच के लंड पर घुंघरू बाँधा और मुझे अपनी तरफ खींचा और तकिया गांड के पास लगा कर मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और चुत में मुँह पर लंड रखकर घुसा दिया। हम दोनों ही नशे में थे और नशे में चुदाई का अलग ही मजा है। अगर आपने कभी नहीं किया तो करना देखना कितना मजा आता है।
फिर शुरू हो गयी चुदाई मेरी। घुँघरू छन छन करता और जोर जोर से धक्के देता। मैं अंगड़ाइयां लेती हुई गांड गोल गोल घुमाती तब तक वो एक धक्के देता। उसने मुझे छनछन कर के खूब चोदा मुझे कथक बहुत पसंद है इसलिए घुँघरू से प्यार है। और जब मेरी चुदाई घुंघरू के साथ हो रही हो तो आप खुद सोचो मुझे कितना मजा आता होगा।
पूरी रात रह रह कर मेरा भाई मुझे चोदा। चार दिनों तक मम्मी पापा नहीं आये वो चार दिन हम दोनों के ज़िंदगी का सबसे अहम् दिन है। कभी नहीं भूलेंगी वो चुदाई की रात लंड पर घुंघरू बांधकर। आशा करती हूँ आपको मेरी कहानी पसंद आई होती। अगर आप में से कोई लखनऊ से हैं तो याद है ना आपको क्या करने हैं। कमेंट करने है।
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