हेलो दोस्तों मैं राज हूं। मैं अभी 23 साल का हूं और गाजियाबाद से एमबीए कर रहा हूं। यह कहानी 1 महीने पहले की है जब मैं छुट्टियों में अपने बुआ के यहां पुणे गया था। मेरी बुआ और फूफा जी पुणे में रहते हैं। उनकी एक बेटी है जिसका नाम अंजू है और वो अभी 17 साल की है। लेकिन देखने में वो 20,21 साल की लगती है उसका बदन भरा हुआ है और लंबी भी है। अभी वो ग्रेजुएशन 1st ईयर में है, लेकिन शहर की बाकी लड़कियों की तरह वो भी चंचल है और सबकुछ जानती है।
तो मैं फाइनली छुट्टियों में बुआ के यहां पुणे पहुंच गया। वहां मेरा खूब आवभगत हुआ। क्योंकि मैं बुआ का इकलौता भतीजा भी था और दूर होने के कारण वहां बहुत कम रिश्तेदार उनके जाते थे। इसलिए मेरा जम के खातिरदारी हुआ। सबलोग बहुत खुश थे। मैं जाते समय दिल्ली से बुआ और अंजू के लिए कपड़े भी ले गया था। और वे सारे कपड़े ब्रांडेड थे जो मैं दिल्ली में शोरूम से खरीदा था। तो बुआ और अंजू और भी ज्यादा खुश थे क्योंकि मैं अपनी कमाई से उनके लिए कुछ ले गया था। दरअसल मैं पढ़ाई के अलावा पार्ट टाइम जॉब भी करता हूं जिससे अच्छा खासा इनकम हो जाता है।
तो मैं जब बुआ के यहां पहुंचा तो देखा वहां 2 बेडरूम हैं एक बुआ का और दूसरे में अंजू रहती थी। और मैं चला गया तो बुआ बोली की राज अंजू के बेडरूम में रह लेगा वैसे भी उसकी बेड काफी बड़ी है। और फिर मैं थका होने के कारण नहाकर नाश्ता किया और सो गया और फिर 4 बजे मुझे अंजू जगाने आई और बोली भईया तुम तो जबसे आए हो सोए ही जा रहे हो। उठो 4 बज गया। खाना भी नही खाए हो। फिर बोली उठ के मुंह धोवो और मैं खाना निकालती हूं तुम खा लो। तो मैं बोला अंजू मुझे अभी खाने का मन नहीं है रहने दो बल्कि मुझे एक कप कॉफी पीला दो तो वो बोली ठीक है मैं अभी बना के लाती हूं। और वो किचन में गई और थोड़ी देर में सैंडविच और कॉफी लेकर आ गई वह अपने लिए भी कॉफी लाई थी। लेकिन सैंडविच एक ही था तो मैं उसे आधा सैंडविच अपने हाथों से खिलाया। फिर हम दोनो कॉफी पिएं और मैं पूछा कि बुआ कहां है तो बोली की वो मार्केट गई है। मुझे भी जाना था लेकिन तुम सो रहे थे इसलिए नही गई। अब उठो और तैयार हो के चलो मम्मी मार्केट में ही मिल जायेगी। फिर मैं बोला ठीक है।
फिर हम फट से तैयार हुए और फूफा जी के गाड़ी से चल दिए। मैं ड्राइव कर रहा था और अंजू बगल में बैठी थी। फिर अंजू बोली भईया चलो हाईवे पे लॉन्ग ड्राइव पे फिर वापस आकर मम्मी से मिल लेंगे तो हम निकल लिए और करीब 59 km दूर चले गए तभी बूआ का कॉल आ गया की अभी तक तुमलोग आए नही जल्दी आओ तो हम वहां से लौट गए और मार्केट में बुआ के पास आ गए। अंजू मेरे साथ बिल्कुल फ्रैंक हो रही थी उसे भी मेरे साथ घूमना मस्ती करना अच्छा लग रहा था। फिर हम रात 8 बजे घर आ गए और बुआ किचन में खाना बनाने लगी और मैं और अंजू टीवी देखने लगे। अंजू मेरे बगल में सोफे पर बैठी हुई थी उसकी बड़ी बड़ी चूचियां और मांसल शरीर मेरे बदन में टच हो रहा था जिससे मुझे बहुत आनंद आ रहा था। और फिर धीरे धीरे मेरा लंड खड़ा होने लगा जो लोअर में ऊपर हो गया और मैं उसे दबाने को कोशिश कर रहा था लेकिन वह बार बार ऊपर हो रहा था और तभी अंजू की नजर मेरे खड़े लंड पर चली गई। और और वो शर्मा गई। फिर वह उठकर वहां से चली गई और थोड़ी देर बाद मैं भी उठा और बाथरूम में चला गया और मूठ मारा तब जाकर मेरा लंड शांत हुआ। फिर मैं वापस आकर टीवी देखने लगा तब तक खाना भी रेडी हो गया था और फूफा जी भी आ गए तो हमसब बात करने लगे। फूफा जी तो मेरा इंटरव्यू ही ले लिए। तो बुआ उनको बोली की अब रहने भी दो एक घंटे से तुम उसका इंटरव्यू ले रहे हो। फिर बुआ बोली चलो सबलोग गर्मागर्म खाना खाओ। बुआ मार्केट से मटन लेकर आई थी और जब बन रहा था तभी बहुत शानदार खुशबू आ रही थी फिर हमलोग सब खाना खाए। खाना खाने के बाद फूफा जी सोने चले गए थोड़ी देर में मैं भी बोला की मैं भी अब जा रहा हूं। फिर आधे घंटे बाद बुआ भी सोने गई और अंजू मेरे रूम में आ गई। अभी तक अंजू जींस और टॉप ही पहनी थी जो पहन के मार्केट गई थी तो वो रूम में आई तो अपना नाईट ड्रेस ली और बाहर चली गई। और 5 मिनट बाद चेंज करके आई।
दोस्तों अंजू जो नाईट ड्रेस पहनी थी वो एक शॉर्ट ड्रेस था और उसमे उसकी सिर्फ हिप्स ही ढके थे बाकी के उसकी चिकनी जांघें पूरी खुली थी मैं तो उसे देखता ही रह गया और फिर बोला बहुत हॉट लग रही हो। तो वह मुस्कुराई और बोली थैंक यू। फिर वो भी बिस्तर में आकर दूसरे साइड लेट गई। चुकी AC पहले से मैं चला दिया था तो कमरा ठंडा हो गया था तो वो ब्लैंकेट ले ली और मैं ऐसे ही लेटा था। ठंड मुझे भी हल्का लगने लगा था क्योंकि मैं बनियान में था लेकिन एक ही ब्लैंकेट था जो अंजु पहले ही ओढ़ ली तो मेरा हिम्मत नही हो रहा था उसी ब्लैंकेट में घुसने का। लेकिन थोड़ी देर बाद अंजू को लगा कि मुझे ठंड लग रहा है तो वो बोली भईया आपको ठंड लग रहा है और ओढ़ भी नही रहे हो और फिर वह खुद ही मुझे ब्लैंकेट ओढ़ा दी। अब हम एक ही ब्लैंकेट में थे। लेकिन हमारे बीच थोड़ा गैप था। हम कुछ देर बात करते रहे फिर अंजू को नींद आने लगा तो वो दूसरे तरफ मुंह करके सो गई।
लेकिन मुझे नींद नहीं आ रहा था, मुझे तो बार बार अंजू की मोटी चिकनी जांघें ही दिखाई दे रही थी। करीब 1 घंटे तक मैं ऐसे ही सोचता रहा अब मेरा लंड भी पूरे जोश में आ चुका था। तो मैं हिम्मत करके धीरे से अंजू के पास गया और ब्लैंकेट हटा के देखा तो उसका स्कर्ट कमर पर था और उसकी बड़ी बड़ी चूतड़ लाल रंग की पैंटी में कसी हुई थी और बहुत सेक्सी लग रहा था। फिर मैं वापस वैसे ही ब्लैंकेट ओढ़ लिया और उसकी चूतड़ पर हाथ रख दिया और इंतजार करने लगा अंजू का कोई रिएक्शन नहीं आया तो मैं उसका गांड धीरे धीरे सहलाने लगा उसकी गांड और चमड़ी बिल्कुल मुलायम थी।
फिर धीरे धीरे मैं उसकी पैंटी नीचे करने लगा लेकिन वह दबा हुआ था तो नीचे नही हुआ। तो मैं उसे वैसे ही छोड़ दिया और उससे चिपक गया और उसके कूल्हे पर पैर रख दिया तो मेरा 7 इंच का कड़क लंड उसके गांड पर कसरत करने लगा और मैं उसके आगे हाथ ले जाकर उसके गाउन में घुसा दिया और उसकी चूची पकड़ लिया वह शायद ब्रा पहनकर नही सोती थी इसलिए वह चेंज करने गई तो ब्रा उतार ली थी तो मैं उसकी निपल को उंगलियों से मसलने लगा। और धीरे धीरे उसकी पूरी चूचियां दबाने लगा। अब मेरा लंड और जोर जोर से उसके गांड पर कसरत करने लगा। अब मुझसे रहा नही जा रहा था। तो मैं आगे से उसके पैंटी में हाथ डालने की कोशिश किया लेकिन उसकी चूत तक मेरा हाथ नही पहुंच रहा था। और तभी अंजू हिली तो मेरा गांड फट गया। और मैं अलग हो गया और अंजू सीधी हुई और सोती रही थोड़ी देर बाद मैं उसके पैंटी में ऊपर से हाथ डाला तो आराम से मेरा हाथ उसके पैंटी में चला गया उसके पैर फैले हुए थे जिस कारण मेरा हाथ सीधा उसके चूत पर चला गया।
दोस्तों उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी तो मुझे समझ नहीं आया की अगर अंजू नींद में है तो उसकी चूत इतना ज्यादा गिला कैसे हो गया। मैं सोचने लगा की कही यह सोने का नाटक तो नही कर रही। फिर मैं धीरे धीरे उसकी चूत को रगड़ने लगा तो अंजू की सांसे तेज होने लगी और मैं जब पैंटी हल्का नीचे किया तो वह आराम से नीचे हो गया क्योंकि अंजू जब सीधी हुई तो उसने गांड के तरफ से पैंटी नीचे कर दी थी तो मैं समझ गया की पक्का ये जग रही है और सोने का नाटक कर मजे ले रही है। तो अब मैं भी निडर हो गया और उसकी चूत में उंगली डालने लगा तो अंजू जोर से चीखी आहहहहहहहहहहहहहहहहह….. भईया दर्द हो रहा है अंदर मत डालो प्लीज।
तो मैं बोला अच्छा तो तू जाग रही है तो वह बोली हां भैया मुझे बहुत मजा आ रहा था। तो अब मैं बोला जब मजा आ रहा है तो पूरा मजा लो और मैं ब्लांकेट फेंक दिया और लाइट ऑन कर दिया तो वो अपने हाथ से चूत छुपाने लगी और बोली भईया लाइट ऑफ करो प्लीज मुझे शर्म आ रहा है फिर मैं उसके चूत पर से हाथ हटाया और बोला अब शर्माओ मत और चुदाई का आनंद खुलकर लो।
फिर मैं उसके चूत पर मुंह लगा दिया और जीभ अंदर डालने लगा तो नही गया और उसे दर्द भी हुआ तो मैं उसकी चूत फैला के देखा तो उसकी चूत में अभी भी सील था। तो मैं उससे पूछा क्या तुमने आजतक किसी से चुदवाया नही है तो वह बोली नही भईया। मैं बिल्कुल कुंवारी हूं तो मैं बोला की फिर चूत की आग कैसे शांत करती थी तो वह बोली की भईया कभी कभी मैं ऊपर ऊपर ही चूत को हाथो से रगड़ती थी। तो मैं बोला चल आज तुझे चुदाई का असली मजा देता हूं। फिर मैं जोर जोर से उसकी चूत चाटने लगा। उसे बहुत मजा आ रहा था अब अंजू को मजा आने लगा तो वो गांड उठा उठा के चूत में लंड लेने लगी और बोली भईया फाड़ दो मेरी चूत
और फिर मैं बोला अंजू क्या तुम मेरा लंड लेने के लिए तैयार हो तो वह बोली भईया बहुत दर्द होगा। तो मैं बोला मैं आराम से करूंगा तो वह बोली ठीक है। और फिर मैं सीधा होकर घुटनों के बल बैठ गया चुकी मैं जानता था की चूत में लंड घुसते ही वो छटपटाएगी इसलिए मैं उसका पैर अपने कंधे पर रखा और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा जब उसे हद से ज्यादा मजा आने लगा तो मैं धीरे से अपना लंड का सुपाड़ा उसकी चूत के मुंह पर लगाया और आगे झुक गया और उसकी हाथो को अपने हाथो से दबाया और पूरा जोर लगा के उसके चूत में लंड ठेल दिया उसकी मुंह से चीख निकल गईं लेकिन मैं फट से अपना मुंह उसके मुंह पर रख दिया और उसके आवाज उसके मुंह में ही दबा रह गया और तभी मैं दूसरा धक्का भी लगा दिया और मेरा लंड उसकी चूत को चीरते हुए उसकी चूत में पूरा समा गया। और उसके आंखों से आंसुओं के धारा बहने लगा फिर उसके मुंह को मैं आजाद किया तो वो बोली भईया बहुत दर्द हो रहा है प्लीज निकाल लो मैं मर जाऊंगी तो मैं उसे समझाया की बस अब हो गया जितना दर्द होना था अब नही होगा फिर मैं उसके चूत से लंड निकाला तो मेरा पूरा लंड खून से सना हुआ था और उसके चूत से खून बहने उसके गांड से होते हुए बिस्तर पर आ गया।
अंजू की सीलबंद चूत का सील मेरे लंड से टूट चुका था। अब अंजू लड़की से औरत बन चुकी थी। और उसका भाई ही उसके चूत का सील खोल दिया था। फिर मैं उसकी पैंटी से ही खून को पोछा और फिर से लंड उसकी चूत पर लगा दिया तो वह बोली भईया प्लीज धीरे करना मुझे अभी भी दर्द हो रहा है फिर मैं धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा और हल्का हल्का करके अंदर घुसाता गया अब फिर से मेरा पूरा लंड अंजू के चूत में चला गया था। थोड़ी ही देर में उसे भी मजा आने लगा तो कहने लगी आहहहहहहहहहहहहहहहहह सससीईईईईईईसससीईईईईईई….. आह चोदो भईया चोदो…. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत भईया बहुत मजा आ रहा है चोदो जोर जोर से चोदो भईया चोदो मेरी चुत .. आह ऊँहऊँह बेबी और फिर 15 मिनट के चुदाई के बाद मैं अंजू के चूत में ही माल छोड़ दिया और उसके ऊपर लेट गया। थोड़ी देर बाद वह मुझे हटाई और बोली भईया तुम अपना माल मेरे अंदर ही गिरा दिए कुछ होगा तो नही तो मैं बोला टेंशन मत लो कुछ नही होगा कल मॉर्निंग में मैं दवा लाकर दे दूंगा तुम खा लेना। फिर उस रात हम रात भर चुदाई करते रहे एक मिनट भी नहीं सोए और उस दिन से रोज हम चुदाई करने लगे।
दोस्तों यह भाई बहन का चुदाई और भाई के लंड से बहन का चूत का सील खुलाई आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताना।
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