आज फिर से एक बार आप सब के सामने हाजिर हूँ अपनी सच्ची अन्तर्वासना भाई बहन की चुदाई की कहानी का अगला पार्ट ले कर. मुझे आप सब की बहुत सारी मेल्स मिली जिससे मुझे पता चला की आप सब को मेरी अन्तर्वासना भाई बहन की चुदाई की कहानी सच में बहुत पसंद आयी है.
कैसे मैंने अपनी बहन निशा के फ़ोन में इन्सेस्ट स्टोरीज और भाई बहन की चुदाई वाली वीडियो डाल थी। पर उसने उनको डिलीट नहीं किया था। मुझे लगा शायद अब लोहा गरम है और अब चोट मार देना ही अच्छा होगा। मैं प्लानिंग करने लग गया पर मुझे मौका नहीं मिल रहा था। मैं किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। तभी मुझे घरवालो ने बताया की निशा का HTET का एग्जाम है और उसका सेंटर चंडीगढ़ में है। अब मुझे कार से उसे पेपर दिला कर लाने को कहा गया। मेरी तो जैसे लाटरी सी लग गयी थी। जिस मोके की मैं काफी टाइम से तलाश कर रहा था शायद मेरे लिए ये ही एक सही मौका है। उसका एग्जाम आने वाले संडे को था तो हमे घर वालो ने सैटरडे शाम को ही निकल जाने को कह दिया था। पर उसने अपने एग्जाम के लिए कोई रिस्क नहीं लेना था तो उसने एक दिन पहले वहां जाने को कह दिया। ये सुनकर मैं बहुत खुश हो गया।
अब मैं सैटरडे का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। इसी बीच मैंने निशा के फ़ोन से पुरानी स्टोरी और वीडियो निकाल कर नयी और भी ज्यादा मस्त स्टोरीज और वीडियो डाल दी। ताकि वो देख कर और भी गरम हो जाये और उसने ये सब देख भी लिया। क्योकि मुझे ये सब उसकी हिस्ट्री से पता चल गया था। मुझे उसमे कुछ चेंज से फील होने लग गए। अब वो मुझे बार बार अपना क्लीवेज दिखाने की कोशिश कर रही थी। एक दिन मैं बालकनी में खड़ा हुआ था जैसे ही मैं वहां से अंदर अपने रूम में आया तो मेरे पैरो के नीचे से जमीन निकल गयी क्योकि मेरी बहन मेरे रूम में अपने कपडे चेंज कर रही थी। उसे नहीं पता था की मैं बालकनी में हूँ वो वाइट ब्रा और क्रीम पैंटी में थी। जैसे ही उसने मुझे देखा वो अपनी बॉडी को मुझे दिखाने की कोशिश करने लग गयी थी। उसका मुँह दीवार की तरफ था और अब वो मेरे जाने के इंतज़ार कर रही थी। उसे लगा की मैं चला जाऊंगा पर मेरे अंदर अब अजीब सी हलचल होने लग गयी थी। मैं उसकी तरफ बढ़ा और मैंने कपड़ो में ही अपना लंड उसकी गांड पर लगा कर उसको पेट से पकड़ लिया।
निशा – भाई आप ये क्या कर रहे हो?
मैं – निशा तू बहुत सेक्सी है।
निशा – अपनी बहन को कभी कोई ऐसे बोलता है क्या?
मैं – आज कल ये सब नार्मल है तूने तो पढ़ा भी है और अपने फ़ोन में वीडियो भी देखी है?
निशा – भाई जाओ ना प्लीज कोई आ जायेगा।
इतने मे मैं अपना एक हाथ उसके बूब्स पर ले गया और मैं उसके बूब्स धीरे धीरे मसलने लग गया। मुझे लगा था की वो बहुत ज्यादा विरोध करेगी पर इसके एकदम अपोजिट हुआ। वो सिर्फ बनावटी सा विरोध कर रही थी जो मुझे पता चल रहा था। मैं – सब नीचे है कोई नहीं आएगा।
मैंने अभी भी उसकी गांड पर लंड रगड़ना जारी रखा और वो बोली..
निशा – प्लीज भैया रहने दो ना मुझे पढ़ना है मेरा कल एग्जाम है।
मैं – ये सब भी तो एक पढाई का पार्ट है इसमें शर्म की क्या बात है।
फिर मैंने उसको झट से खींच कर अपनी तरफ किया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए। उस टाइम मेरा हाथ उसके बूब्स पर ही था और वो मेरा अभी साथ नहीं दे रही थी। तभी किसी की आवाज सीढ़ियों से आयी तभी हम दोनों अलग हो गए। वो उठ कर वहां से चली गयी उस दिन कुछ नहीं हुआ। अगले दिन वो किचन में कुछ काम कर रही थी मैंने उसे जा कर पीछे से पकड़ लिया और लंड को गांड की दरार पर रगड़ दिया। वो एकदम से सकपका गयी और अलग होने की कोशिश करने लग गयी। पर वो कुछ नहीं बोली और मौका देख कर वो चली गयी। फिर दिन ऐसे ही बीतने लग गए थोड़ी बहुत छेड़ छाड़ के अलावा कुछ नहीं हो पा रहा था। मैं परेशान हो रहा था।
2 दिन बाद अब हम दोनों कार से चंडीगढ़ जाने वाले थे। मैं अब मन ही मन फूला नहीं समां रहा था। जब निशा से मेरी नजर मिलती तो वो शर्मा रही थी जैसे मैं उसे खा ही जाऊंगा। 2 दिन ऐसे ही सोच में पड़े हुए और मैं मुठ मारते हुए निकल गए। मैंने एक प्लान बनाया की हम चंडीगढ़ एग्जाम देने के बाद कसौली जायेगें और वहाँ दोनों एक दिन स्टे करेगें और अगले दिन वापिस आयेगें। मैं वहां निशा की जमकर चुदाई करूँगा। मैंने जाने से एक दिन पहले पूरी तैयारी कर करनी थी। मैंने उसके साथ अपनी पहली चुदाई को स्पेशल बनाने के लिए उसके लिए सेक्सी अंडर गार्मेंट्स, नाइटी और कपड़ों की शॉपिंग क्योकि मुझे उसका साइज पहले से पता था। फिर मैंने वो सब अपनी कार में छुपा दी अगले दिन हम सुबह 4 बजे चंडीगढ़ के लिए चल दिए। हमे 11 बजे पहुंचना था हम सुबह निकल गए और रास्ते में भी मैं उसके साथ थोड़ी छेड़छाड़ कर रहा था। जैसे उसकी थाइस को मसलना और आप सब जानते ही है मैंने उसे अभी तक नहीं बताया था की हम दोनों एग्जाम के बाद कसौली जायेगें। हम चंडीगढ़ पहुंच गए और हमे 30 मिनट सेण्टर ढूंढ़ने में लग गए। हम एग्जाम सेंटर के पास जा कर खड़े हो गए अभी एग्जाम को पूरा एक घंटा था। वो अपनी बुक्स में घुसी हुई थी मैं कार से बाहर निकल कर सिगरेट पीने चला गया। मैंने सोचा की अभी उसको बता देता हूँ की हम एग्जाम के बाद कसौली जायेगें। फिर मैं कार मे वापिस आया और उसको बोला…
मै – निशा हम एक्जाम के बाद कसौली चलेंगे 1 दिन के लिए जाएँ और अगर घर वालो ने परमिशन दे दी तो हम वहां 2-3 दिन रुक जायेगें। मेरी ये बात सुनकर वो अंदर ही अंदर खुश हुई और बोली…
निशा – घरवालों से पूछ लिया?
मैं – मैं सब मैनेज कर लूंगा।
निशा – ठीक है।
फिर वो अंदर चली गयी और वो बहुत खुश लग रही थी। ख़ुशी उसके चेहरे पर छुपाए नहीं छुप रही थी। 11 बज गए थे और वो एग्जाम देने जा रही थी तभी मैंने उसका हाथ पकड़ कर उसको रोक दिया। फिर मैंने उसके दूसरे हाथ से उसके बूब्स को दबाते हुए कहा..
मै – बेस्ट ऑफ़ लक।
इससे उसके मुँह से आह निकल गयी। दोस्तों आप सोच नहीं सकते उसने क्या किया। एकदम से वह मेरे होंठ पर होंठ रख कर चूसने लग गयी। मैं तो जैसे शॉक हो गया पर मैं भी उसे जबर्दस्त रिप्लाई करते हुए स्मूच करता रहा। करीब हमारी किस ये 5 मिनट तक चली तो वो बोली…
निशा – सब कुछ यहाँ नहीं कसौली में करना है जो तुमने वहां के लिए प्लान किया।
मैं – तुम्हे मेरा प्लान कैसे पता चला?
निशा – मैंने कार में मेरे लिए गए अंडर गार्मेंट्स सब कुछ देख लिया था।
मैं समझ गया की अब मेरी बहन सब कुछ जानती है की वो आज नहीं बचने वाली है। फिर वो एग्जाम देने चली गयी यहाँ मेरे लंड की हालत ख़राब होने लग गयी थी। मेरा एक एक सेकंड एक एक घंटे की तरह बीत रहे थे। 3 घंटे मैंने बड़ी बुरी तरह से निकाले। अब मैंने सोच लिया था की मैं इन 2 दिनों को स्पेशल बनाऊंगा और मैं कुछ कमी नहीं छोडूंगा। वो एग्जाम दे कर आयी और वो बहुत खुश लग रही थी मैंने पूछा एग्जाम कैसा गया।
निशा – एग्जाम अच्छा हुआ।
मैं कार को एक सुनसान जगह पर ले गया मैंने वहां उसको लिप्स किस किया और वो भी मेरा साथ दे रही थी। मैंने उसका हाथ अपने लंड पर रख दिया उसने एक दम से हाथ हटा दिया। अब वो मुझसे अलग हो कर बोली…
निशा – घर बात कर ली?
मैं – नहीं अभी करूँगा।
फिर मैंने घर पर फ़ोन किया और मैं बोला..
मै – मम्मी मेरा दोस्त अपनी वाइफ के साथ एग्जाम देने आया है तो हम उसके साथ कसौली एक दिन के लिए जा रहे है।
घर वालो ने ज्यादा विरोध नहीं किया और वो झट से मान गए। फिर जैसे ही फ़ोन कट हुआ तो निशा की आँखों में अलग ही चमक थी। मैंने उसको बालो से पकड़ कर अपनी तरफ किया। फिर मैंने उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया वो मेरा पूरा साथ दे रही थी। इस बार उसने खुद ही मेरे लंड पर हाथ रख कर मसल दिया। मेरे शरीर में करंट सा दौड़ गया। अब मुझसे रुका नहीं जा रहा था हम कसौली के लिए निकाल गए। जैसे की मैं अपनी ट्रिप को स्पेशल बनाना चाहता था। मैं पहले उसे एक पार्लर में ले गया उसको मैंने 3000 रुपए दिए।
मैं – अब तुम पूरी वैक्स वगैरह करवा लेना।
उसने मुझे एक स्माइल दी और वो बोली
निशा – थैंक्स भाई।
अब वो पार्लर जाने लग गयी जाते जाते उसकी चूत पर मैंने हाथ रख दिया और मैं बोला…
मै – ये एक दम चिकनी हो जानी चाहिए।
वो मेरे कान पर हलकी सी बाईट करके बोली
निशा- ठीक है।
फिर वो अंदर चली गयी और अब आपको इस भाई बहन की चुदाई कहानी के नेक्स्ट पार्ट में बताऊंगा की मैंने अपनी बहन के साथ कैसे मजे किये। स्टोरी कैसी लगी कमेंट मे ज़रूर बताइएगा। अब मुझे आपके फीडबैक का इंतज़ार रहेगा।
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