अपना लंड गिफ्ट करा स्कूल की कुंवारी टीचर को टीचर्स डे पर

दोस्तों मेरा नाम समीर खान है और मै नई दिल्ली का रहने वाला हूँ और अभी दसवी कक्षा में पड़ता हूँ और मेरी उम्र अभी 16 साल है. मेरे स्कूल में सभी टीचर बहुत अच्छे है और वो हम सभी स्टूडेंट्स से बहुत प्यार करते है. दोस्तों आज जो स्टूडेंट टीचर की सेक्स स्टोरी मै आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ वो हमारी नई टीचर कंचना की है उन्होंने हमारी स्कूल में अभी नई नई जॉब 
ज्वाइन करी थी उस लड़की की उम्र करीब 28 साल थी और उसकी अभी शादी नही हुई थी वो कुंवारी थी और दिखने में बहतु सुन्दर और सेक्सी थी. जब वह पहली बार हमारी क्लास में आई तो उसने सब बच्चों के नाम पूछे और फिर लास्ट में उन्हों ने अपना नाम कंचना शर्मा बताया था। फिर धीरे धीरे दिन निकलते गए और हमारी आपस में अच्छी जान पहचान हो गहि. दोस्तों मुझे मेरी कुंवारी टीचर से प्यार हो गया था इस कारण मै उन्हें इम्प्रे करने के लिये खूब मन लगा कर स्टडी करने लगा था और इस साल मैंने मेरी क्लास में टॉप करा. हमारी हॉट और सेक्सी टीचर  भी मुझे अपना सबसे अच्छा स्टूडेंट मानने लगी थी और वो मुझसे बहुत प्यार से बात करती थी जिस करना मुझे ऐसा लगता था की शयाद वो भी मुझसे प्यार करने लगी है। पर थोड़े दिनों बाद मेरा यह वहम टूट गया उनका चक्कर हमारे स्कूल के एक रंडी चोद सर के साथ चालू हो गया था. दोस्तों हमारे स्कूल में एक सर है प्रकश तेवतिया वो बहुत बड़े  चोद किस्म के है वो हमारे स्कूल की करीब करीब हर लेडिस टीचर को चोद चुके है. मुझे मेरी कुंवारी कंचन टीचर के बारे में सोच सोच कर बहुत डर लगता था मुझे पता था की हमारे प्रकाश तेवतिया सर एक ना एक दिन उन्हें चोद ही डालेंगे.  दोस्तों 12 सितंबर 2010 का दिन था और उस दिन स्कूल में टीचर्स डे मनाया जा रहा था. आज टीचर्स डे के दिन हमारी भोली भाली टीचर कंचना शर्म बहुत बन संवर कर आयी थी. दोस्तों उस दिन तो मेरी नज़ारे मेरी टीचर के  हुस्न से हट ही नहीं रही थी वो कमाल का पटाका लग रही थी मन तो कर रहा था की इस साली को अभी के अभी नंगी कर के चोद डालू मगर स्कूल मै वो भी अपनी टीचर के साथ ऐसा कर पाना केवल सपनो में ही संभव हो सकता था.  उस दिन हमरी स्कूल में टीचर्स डे की पार्टी काफी देर तक चली और पार्टी ख़त्म होने के बात सभी स्टूडेंट और टीचर्स अपने अपने घर चले गए पर कंचना टीचर और प्रकाश सर जैसे ही निकलने लगे जोर की बारिश स्टार्ट हो गई तो वो दोनों स्टाफरूम में बैठ बारिश बंद होने का इंतजार करने लगे. हमारी कंचन शर्मा टीचर प्रकाश तेवतिया के साथ स्टाफ रूम में अकेली बैठी थी और दोनों ना जाने क्या बाते कर रहे थे मै स्टाफ रूम की खिड़की में से उन दोनों पर नजर रखे हुए था क्यों की मुझे पहले ही अंदेशे हो चूका था की आज प्रकाश सर मेरी जान कंचन  के साथ कुछ तो गलत करेंगे. उस दिन बारिश हो रही थी इस कारण उन दोनों के आलावा अभी तक कोई भी दुसरे टीचर नहीं आये थे  बस वो दोनों ही स्टाफरूम में अकेले बैठे थे. हमारी स्कूल का स्टाफरूम उप्पर तीसरी मंजिल पर  लास्ट में एक कोने में बना हुआ है और वंहा कोई भी स्टूडेंट आता जाता नहीं है. पर मै मेरी जान कंचन टीचर से बहुत प्यार करता था और उन्हें उस रंडी चोद प्रकाश सर के साथ अकेले नहीं छोड़ सकता था इसी लिये मै स्कूल के स्टाफरूम की बाहर छुप कर उन दोनों पर नजर रखे हुए था. मेरी कंचना टीचर तो बिचारी भोली भाली थी पर प्रकाश सर बहुर बड़ा मदरचोद  किस्म का मर्द था. दोस्तों थोड़ी देर बड हमारे स्कूल के स्टाफरूम में वो सभ शुरू हो गया जिस अनहोनी का मुझे पहले से पता था. मैंने खिड़की से अंदर देखा तो  प्रकाश सर मेरी जान कंचन टीचर के साथ चुम्मा चाटी कर रहे थे और उनका ब्लाउज खोल कर उनके बूब्स को जोर जोर से चूस चूस कर उनका दूध पी रहे थे. दोस्तों मेरी जान कंचन टीचर के साथ ये सब होता देख मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था क्यों की मै मेरी टीचर कंचना शर्मा से बहुत प्यारा करता था और उनके हॉट और सेक्सी जिस्म को और किसी मर्द के साथ बाँट नहीं सकता था. दोस्तों उस वक्त मै मजबूर था मै कुछ नहीं कर सकता था इसी लिये चुपके से उनका सेक्स देखता जा रहा था  उन दोनों की गन्दी गन्दी हरकते देख मेरा भी लंड खड़ा हो रहा था। मैंने जब मेरी कंचन टीचर के नंगे बदन को देखा तो वह बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी।   उनके मोटे मोटे स्तन बहुत  सुन्दर थे और उनकी गांड भी काफी बाहर निकली हुई थी। हमरे स्कूल के प्रकाश तेवतिया सर उन्हें बहुत अच्छे से चोद रहे थे वो आह…… आह…. उमह…….. की मादक आवाजे निकाल रही थी । कभी वह उन्हें अपने नीचे चोदता तो कभी उन्हें अपनी गोद में उठा कर चोद रहा था। मेरा तो यह सब देखकर मूड खराब हो गया और मैं तुरंत ही बाथरुम में गया वहीं मैंने मुट्ठ मार दी तब जाकर मेरे मन में थोड़ा शांति हुई। उस दिन मैंने उन दोनों से कुछ नहीं बोलाऔर ना ही उन्हें पता चलने दिया की मैंने उन दोनों की चुदाई देख ली है.
मै अपने घर आकर बहुत रोया क्यों की मुझे मेरी कंचन टीचर से सच्चा वाला प्यार हो गया था और मै उन्हें किसी और मर्द के साथ सेक्स करते हुए नहीं देख सकता था उनके नंगे जिस्म पर सिर्फ और सिर्फ मेरा हक़ था. उस दिन मैंने सोचा की रोने धोने से कुछ नहीं होगा मेरी प्यारी टीचर कंचन तो बहुत भोली भाली लड़की है ये हरामी प्रकाश सर बहुत शातिर है. फिर उस दिन मै मेरी कंचन टीचर के घर पहुच गया तो वो मुझे अपने घर देख बहुत खुश हुई और मुझे अंदर आने को बोला.
मै अंदर जाकर सोफे पर बैठ गया फिर कंचन टीचर ने मुझसे बोला की आज तो स्कूल में टीचर्स डे की पार्टी में बहुत मजा आ गया. फिर मैंने मेरी टीचर से बोला की किसके साथ स्टूडेंट्स के साथ या प्रकाश सर के साथ…??? दोस्तों मेरी बात सुन वो घबरा गई फिर मैंने उन्हें बातया की मैंने सब कुछ देखा जो आप और प्रकाश सर के बीच हुआ…
  फिर मैंने गुस्से से अपनी कंचन टीचर को बोला की मैडम स्कूल तो विद्या का मंदिर होता है और आप ने उस पवित्र जगह को ही नहीं छोड़ा… आप बहुत अच्छे से उस रंडी चोद प्रकाश तेवतिया से  अपनी चूत मरवा रही थी मैंने सब देख लिया था आप को पता है प्रकाश सर कितने बड़े  चोदू आदमी है और उन्हों ने आप को भी मीठी मीठी बात करके अपने जल माँ फसा लिया है। मेरी यह बात सुनकर स्कूल की कुंवारी टीचर एकदम से शॉक्ड हो गई वह मुझे कहने लगी कि तुम किसी को बता मत देना।
मैंने कहा मैं किसी को नहीं बताऊंगा लेकिन मुझे आपसे प्यार हो गया है और मै आपको आज टीचर्स डे पर अपना लंड गिफ्ट कराना चाहता हूँ  please ना मत कहना… मै आप को नंगी देखना चाहता हूँ और आप की  चूत चोदना चाहता हूँ आप मेरे साथ सेक्स कर लो मै वादा करता हु की ये बात किसी को भी नहीं बताऊंगा। मेरी बात सुन वह मुझे कहने लगी तुम अभी बहुत छोटे हो तुम बच्चे हो और मै तुमसे उम्र में बहतु बड़ी हूँ। मैंने मेरी स्कूल की कुंवारी टीचर से कहा मैं छोटा जरुर हूँ पर चुदाई के बारे में सब जनता हूँ और मैडम मेरा लंड बहुत ही बड़ा है आप उसकी चिंता मत कीजिए आपको मेरे साथ सेक्स करके सेक्स की पूरी संतुष्टि होगी।

दोस्तों पहले तो वो नहीं मानी और मेरे साथ सेक्स करने को राजी नहीं हुई पर मेरे बहुत मनाने पर वो मेरे लंड गिफ्ट को लेने के लिये तैयर हो गई. फिर हम स्टूडेंट टीचर सेक्स करने के लिये कंचन मैडम के बैडरूम में गए. जैसी ही  हम उनके बेडरूम में गए तो उन्होंने मेरे कपड़े उतारने शुरू किए और जैसे ही उन्होंने मेरा लंड बाहर निकाला तो वह देखकर डर गई मेरा लंड 12 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा था फिर मेरी कंचन टीचर मुझसे बोलने लगी की मैंने कभी सोचा भी नहीं था की एक दसवी क्लास के लड़के का लंड इतना लम्बा और मोटा भी हो सकता है बेटा तुम्हारा लंड तो प्रकाश सर के लंड से बहुत बड़ा है.
 
फिर मैंने कंचन को नंगा करना शुरू करा पहले उनकी साड़ी और ब्लाउज खोला फिर उनका पेटीकोट. खोलने के बाद मैंने उनकी ब्रा निकाल कर फेक दी और उनके दूध से भरे मोटे मोटे मम्मो को अपने दोनों हांथो से मसलने लगा. फिर मैंने थोड़ी ही देर में उनके सारे कपडे उतार डाले बस उनकी पेंटी उनके जिस्म पर छोड़ी. मैंने आज पहली बार इतने करीब से किसी लड़की का नंगा जिस्म देखा था फिर मै मेरी टीचर के बूब्स पर टूट पड़ा और उनके मोटे मोटे  बूब्स को अपने दोनों हांथो से खूब जोर जोर से मसलने लगा और उनके बूब्स के निप्पल को अपने मुह में लेकर चूसने लगा. फिर मैंने मेरी स्कूल फिर मैंने मेरी टीचर कंचन के शरीर को चुमते हुए उनकी पैंटी निकाल दी  और उनकी चिकनी चूत अपनी जीभ से चाटने लगे और चोदने लगा.
दोस्तों मै मेरी जीभ को कंचन  की चूत में जल्दी जल्दी अंदर बाहर कर रहा था और वो आह… आह… की मादक आवाजे कर रही थी जिस कारण मेरे अंदर जोश और बढता जा रहा था. कंचन मैडम की चूत चाटने के कारण वो मचल उठी और मेरा सर अपनि चूत में जोर जोर से दबाने लगी मै समझ गए की  गरम हो चुकी हैं फिर थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड पर टूट पड़ी जब उन्होंने मेरा काला मोटा लंड अपने हाथ में लिया तो वह कहने लगी तुम्हारा तो बहुत ही मोटा और कड़क है। मैंने कहा हां यह आपके नाम की मुट्ठ मार मार कर मोटा हो गया है।
 
उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में लेते हुए मेरी मुठ मारनी शुरू करी और फिर ब्लोजोब करने के लिये मेरे लंड को अपने मुंह में भर लिया और जोर जरो से चूसना शुरू कर दिया आह…. जैसे ही उन्होंने मेरे काले मोटे लंड को अपने मुंह के अंदर डाला तो मुझे काफी अच्छा लगा. यह अनुभव  मै शब्दों में बया नहीं कर सकता आज पहली बार कोई लड़की मेरा लंड चूस रही थी। मै भी मेरी स्कूल की टीचर के मुहे को मेरे लंड से जोर जोर के झटके मार कर चोदने लगा. मैं जोर जोर से मेरी स्कूल टीचर के मुह में मेरे 12 इच लम्बे और 4 इंच मोटे लंड से झटके मारे जा रहा था। थोड़ी देर के बाद मेरे लंड ने वीर्ये छोड़ दिया और मैंने मेरी जवान और सेक्सी स्कूल टीचर कंचन के मुंह के अंदर ही अपने माल को गिरा दिया।
मेरी स्कूल की टीचर कंचन ने मेरे लम्बे और  मोटे लंड को बहुत ही अच्छे से चूसा जिस से मेरा लंड लाल हो गया था। अब दोबारा से उन्होंने मेरे लंड को चूसना शुरू किया और वह दोबारा से खड़ा हो गया। मैंने उनके गोरे बदन को चाटना शुरु किया और उनके पूरे बदन को मैंने अच्छे से अपनी जीभ से चाटा। फिर कुछ देर बाद मैंने उनके स्तनों को अपने मुंह में लेना शुरू किया। उनके स्तन मैंने अपने मुंह में ले लिए और उनके निप्पल को अच्छे से चूस रहा था। जिससे कि उनका शरीर एकदम गरम हो गया और मुझे भी गर्मी चढ़ गई।
मेरी स्कूल की  टीचर का शरीर पूरा लाल होने लगा था और मेरे शरीर में एकदम आग लग गई थी। ऐसे ही मैंने उनकी गांड को कसकर पकड़ लिया और उनकी योनि में भी अपनी जीभ से चाटने लगा। मैंने बहुत ही अच्छे से जीभ से उनकी योनि को चाटा। उनकी  योनि गीली हो चुकी थी और मैंने अपने लंड को उनकी योनि में डाल दिया।

जैसे ही मैंने अपने मोटे लंड को मेरी स्कूल की  टीचर की योनि में डाला तो वह बहुत जोर से चिल्ला उठी आह…………….  समीर। मेरा 12 इंच लम्बा लंड   कंचन टीचर की चूत में अंदर बच्चे दानी तक घुसा चुका था वह दर्द के मारे झटपटाने लगी थी और दर्द के मारे जोर जोर से रोने लगी। मैंने  कुंवारी टीचर के दोनों पैरों को कसकर पकड़ा और अपने कंधे पर रखते हुए जोर जोर के धक्के मारना शुरू किया।
मै जैसे ही उन्हें बड़ी तेजी से धक्के मारते जाता और उनके स्तनों को अपने हाथों से दबा रहा था। मैंने उनके होंठों को अपने मुंह में लेकर स्मूच करना शुरू किया। मुझे बहुत ही अच्छा लगा जब मैडम के पतले होठों को अपने होठों से मिलाया। मै ऐसे ही झटके मारे जा रहा था काफी देर तक मैंने ऐसे ही बड़ी तेजी से झटके मारते मारते उनके पूरे शरीर को हिला दिया था।
अब मैंने उन्हें उठाकर अपने ऊपर लेटा दिया और उनके स्तनों को अपने मुंह में ले लिया और मैं नीचे से धक्के मारने लगा। कुछ देर बाद उनके चूत मे मस्ती चढ़ गई और उन्होंने भी अपने चूतडो को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया वह बड़ी तेजी से अपने चूतडो को मेरे लंड के ऊपर नीचे करती जाती और मेरा लंड और उनकी चूत से जो गर्मी निकल रही थी।

मेरी कंचना टीचर को मेरा 12 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लंड बर्दाश्त के बाहर हो रहा था पर मै अपना पानी निकाले बिना कंहा रुकने वाला था फिर करीब 40 मिनट की चुदाई के बाद मैंने मेरी स्कूल की टीचर की चूत मे अपनी पिचकारी से वीर्य गिरा दिया। स्कूल की  टीचर की चूत में वीर्य पात होते ही मुझे बहुत अच्छा लगा और मेरी स्कूल की कुंवारी टीचर ने भी चैन की साँस ली टीचर्स डे पर मेरा लंड गिफ्ट में पाकर मेरी स्कूल टीचर कंचन भी बहुत खुश हुई।
दोसोत उस दिन हम ने दो बार सेक्स करा था. दोस्तों उस दिन मैंने मेरी कंचन मैडम को जमकर चोदा था और उन्हें भी मेरे साथ सेक्स करके बहतु मजा आया था दोस्तों उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था की कोई दसवी क्लास का बच्चा भी इतनी जोरदार चुदाई कर सकता है.  उस दिन के सेक्स के बाद मेरी कंचन मैडम प्रकाश सर से अपने सारे रिश्ते तोड़ लिये और वो हमेशा के लिये मेरी हो गई अब हम दोनों रोज सेक्स करे है.
मै रोज स्कूल ख़त्म होने के बाद कंचन टीचर के साथ उनकी स्कूटी पर उनके घर चला जाता हूँ और फिर हम सेक्स करते है. कई बार जब मेरे घर पर कोई नहीं होता है तो वो मेरे घर अपनी गांड मरवाने और चूत चुदवाने आ जाया करती है. अब हम दनो में पति पत्नी जैसा प्यार है मै बालिग होते ही उनके साथ शादी कर लूँगा. दोस्तों आप सभी को मेरी स्टूडेंट टीचर की टीचर्स डे  पर अपना लंड गिफ्ट करा स्कूल की कुंवारी टीचर को हिन्दी सेक्स स्टोरी” कैसी लगी मुझे ईमेल करके जरुर बताना.

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